Class 12th Geography लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर ( 20 Marks ) PART – 5

 


81. जलविद्युत शक्ति का विकास उत्तर भारत में अधिक क्यों हुआ है? कोई तीन कारण लिखिए। (Why has the development of hydro electric energy taken place mostly in north India ? Give any three reasons.)

उत्तर ⇒ भारत में जलविद्युत् शक्ति का अधिक विकास हुआ है। इसके तीन प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं-

(i) उत्तर भारत की नदियाँ सदावाहिनी हैं, जो सालोभर गहरी और संकरी घाटियों से होकर गुजरती हैं।
(ii) इन पर बाँध बनाना और विद्युत का उत्पादन करना आसान है।
(iii) उत्तर भारत में अधिक जनसंख्या के कारण घरेलू, कृषि और औद्योगिक तथा नगरीय क्षेत्रों में बिजली की माँग अधिक है।


82. सतत पोषणीय विकास की संकल्पना को परिभाषित करें। (Define the concept of sustainable development.)

उत्तर ⇒ “सतत पोषणीय विकास का अर्थ है एक ऐसा विकास जिसमें भविष्य में आने वाली पीढ़ियों की आवश्यकता की पूर्ति को प्रभावित किए बिना वर्तमान पीढ़ी द्वारा अपनी आवश्यकता की पूर्ति करना।” इसका अर्थ यह है कि मृदा या वन जैसे मूल्यवान संसाधनों का उपयोग इस गति से किया जाए ताकि इससे पर्यावरण संतुलन भी कायम रहे और इसका प्राकृतिक रूप से पुनरस्थापन या पुनश्चक्रण हो सके और भविष्य में लोगों के लिए भी ये संसाधन बचे रहें।


83. निवल बोया गया क्षेत्र तथा सकल बोया गया क्षेत्र में अन्तर स्पष्ट करें। (Distinguish between Net Sown Area and Gross Cropped Area.)

उत्तर ⇒ निवल या शुद्ध बोया गया क्षेत्र वह भूमि है जिस पर फसलें उगाई और काटी जाती है। इसके विपरीत, सकल बोया गया क्षेत्र के अंतर्गत निवल बोया गया क्षेत्र में उस क्षेत्र को भी जोड़ दिया जाता है, जिसमें उस वर्ष एक से अधिक बार फसलें बोई और काटी जाती हैं। एक बार बोई गयी भूमि को एक बार, दो बार बोई गई भूमि को दो बार और तीन बार बोई गई भूमि को तीन बार जोड़ दिया जाता है।


84. स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग पर टिप्पणी लिखिए। (Write note on Golden Quadrilateral Highway.)

उत्तर ⇒ भारत के महानगरों के बीच समय और दूरी को कम करने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज परम राजमार्ग का निर्माण किया गया है। इसमें छः गलियों वाले राजमार्गों द्वारा कोलकाता, चेन्नई, मुंबई और दिल्ली को जोड़ा गया है। श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाला उत्तर-दक्षिण गलियारा तथा सिलचर को पोरबंदर से जोड़ने वाला पूर्व-पश्चिम गलियारा इसी परियोजना का अंग है।


85. गुजरात के चार प्रमुख सूती वस्त्र उद्योग केन्द्रों के नाम लिखें। (Name four important centre of cotton textile Industry of Gujrat.)

उत्तर ⇒ गुजरात-भारत का दूसरा सबसे बड़ा वस्त्र उत्पादक राज्य है। अहमदाबाद – सूती-वस्त्रों की राजधानी है। इस नगर में 72 मिलें हैं। अन्य महत्त्वपूर्ण केंद्र बड़ोदरा, सूरत, भावनगर, पोरबंदर, राजकोट तथा भड़ौच हैं।


86. “संचार’ से आप क्या समझते हैं ? (What do you mean by “communication’?)

उत्तर ⇒ एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेशों, विचारों और दर्शन को भेजने की व्यवस्था को संचार कहते हैं। संचार का जाल एक स्थान से दूसरे स्थान तक सूचनाएँ भेजता या प्राप्त करता है। इसके तीन रूप हैं

(i) भौतिक, जैसे डाक सेवाएँ,
(ii) तार द्वारा, जैसे टेलीग्राफ और टेलीफोन और
(iii) वायु तरंगों द्वारा, जैसे रेडियो और टेलीविजन

संचार के साधन को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है
(i) वैयक्तिक–पत्रादि, दूरभाष, तार, फैक्स, ई-मेल, इंटरनेट इत्यादि।
(ii) सार्वजनिक रेडियो, टेलीविजन, सिनेमा, सेटेलाइट (उपग्रह), समाचार पत्र एवं पत्रिकाएँ व पुस्तकें, जन सभाएँ, गोष्ठियाँ एवं सम्मेलन। सावर्जनिक या जनसंचार के लिए मुद्रण माध्यम (Print media) जैसे अखबार और पत्र-पत्रिकाएँ तथा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम (Electronic media) जैसे रेडियो और दूरदर्शन का उपयोग किया जाता है।


87. सूती वस्त्रोद्योग के दो सेक्टरों के नाम बताइये। वे किस प्रकार भिन्न हैं ? (Name the two sectors of cotton textiles industry. How are they different ?)

उत्तर ⇒ भारत में सूती वस्त्रोद्योग को दो सेक्टरों में बाँटा जा सकता है संगठित सेक्टर और विकेंद्रित सेक्टर –

(i) संगठित सेक्टर – इसके अंतर्गत मिल उद्योग आते हैं। मिल के द्वारा सूती वस्त्र का उत्पादन भी तीन सेक्टरों में होता है—सार्वजनिक सेक्टर, सहकारी सेक्टर और निजी सेक्टर। 1998 ई० में भारत में 1782 मिलें थीं, जिनमें से 192 सार्वजनिक सेक्टर में, 151 सहकारी सेक्टर में और सबसे अधिक 1439 मिलें निजी सेक्टर में थी। संगठित सेक्टर के उत्पादनों में तेजी से कमी आई है। यह 20वीं शताब्दी के मध्य में 81% से घटकर 2000 में केवल 6% रह गया है।

(ii) विकेंद्रित सेक्टर – विकेंद्रित सेक्टर के अंतर्गत हथकरघों (खादी सहित) और विद्युत् करघों में उत्पादित कपड़ा आता है। विकेंद्रित बिजली करघा क्षेत्र देश की माँग परी करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। देश में उत्पादित सूती वस्त्र का 59.2% विकेंद्रित सेक्टर में विद्यत करघों द्वारा और लगभग 19% हथकरघा द्वारा उत्पादित किया जाता है।


88. सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग से आप क्या समझते हैं ? (What do you mean by information technology industry ?)

उत्तर ⇒ सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग सूचना से संबंधित उद्योग है, जिसमें टॉजिस्टर, टेलीविजन,टेलीफोन, पेजर, राडार, सैल्यूलर टेलीकाम, लेजर, अंतरिक्ष उपकरण, कम्प्युटर का हार्डवेयर (यंत्र सामग्री) और सॉफ्टवेयर प्रक्रिया सामग्री इत्यादि का निर्माण होता है। ये सभी दलेरॉनिक उत्पाद हैं। अत. ‘
इस उद्योग को इलेक्ट्रॉनिक उद्योग भी कहते हैं। इसमें विशिष्ट नये, ज्ञान उच्च प्रौद्योगिकी और निरंतर शोध एवं अनुसंधान की आवश्यकता रहता है, अतः इसे उच्च प्रौद्योगिकी उद्योग या ज्ञान पर आधारित उद्योग भी कहा जाता है।


89. उदारीकरण के लाभों को लिखें। (Write advantages of liberalisation.)

उत्तर ⇒ उदारीकरण आर्थिक विकास की एक प्रक्रिया है, जिसके द्वारा उद्योगों और व्यापार को लालफीताशाही के अनावश्यक प्रतिबंध से मुक्त किया जाता है। इसके अन्तर्गत 6 उद्योगों को छोड़कर अन्य सभी उद्योगों को लाइसेंस से मुक्त कर दिया गया है। सार्वजनिक क्षेत्र में घाटे में चलने वाले कुछ उद्योगों को निजी क्षेत्र में दे दिया गया है तथा कुछ उद्योगों के शेयर वित्तीय संस्थाओं, सामान्य जनता और कामगारों को दिये गये, विदेशी पूँजी निवेश पर से प्रतिबंध हटाया गया, विदेशी तकनीक के प्रवेश का उदारीकरण हुआ और औद्योगिक स्थानीयकरण में भी उदारता प्रदान की गयी। इससे उद्योगों को बड़ा लाभ हुआ।


90. इंदिरा गाँधी नहर कमान क्षेत्र का सिंचाई पर क्या सकारात्मक प्रभाव पड़ा है ?(What is the positive impact of Indira Gandhi Canal Command area on irrigation ?)

उत्तर ⇒ इंदिरा गाँधी नहर कमान क्षेत्र में नहर सिंचाई के प्रसार ने राजस्थान के इस शुष्क क्षेत्र की पारिस्थितिकी, अर्थव्यवस्था और समाज को बदल दिया है। अब लंबे समय तक मृदा में नमी बनी रहती है। अत: कमान क्षेत्र विकास कार्यक्रमों के अंतर्गत वनरोपण और चारागाह विकास से भूमि हरी-भरी हो गई। इस प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था प्रत्यक्ष रूप से रूपांतरित हो गई है। बोये गये क्षेत्र में विस्तार हुआ है और फसलों की सघनता में वृद्धि हुई है। यहाँ की पारंपरिक फसलों, चना, बाजरा और ज्वार का स्थान अधिक मूल्य देने वाले गेहूँ, कपास, मूंगफली और चावल ने ले लिया है। यह सघन सिंचाई का परिणाम है। इस क्षेत्र की कुल 19.63 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई की सुविधा प्राप्त है।


91. बहुद्देशीय नदी घाटी परियोजना किसे कहते हैं? (What is Multipurpose River Valley Project ?)

उत्तर ⇒ बहुमुखी, बहुधंधी या बहुद्देशीय योजना का अर्थ उस योजना से है जिससे सिर्फ एक उद्देश्यों की पूर्ति न होकर अनेक उद्देश्यों की पूर्ति होती है। ऐसी योजना का उद्देश्य नदियों पर बाँध बनाकर बिजली उत्पन्न करना, उनसे नहरें निकालकर सिंचाई करना एवं यातायात की सुविधा बढ़ाना, बाढ़ नियंत्रण, मछली पालन, मिट्टी अपरदन को रोकना तथा पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र बनाना है।
भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उपर्युक्त उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अनेक योजनाएँ बनायी गयी हैं तथा इन्हें कार्यान्वित की गयी हैं। वास्तव में, भारत मानव-संसाधन के साथ-साथ जल संसाधन में भी संपन्न है। किन्तु समुचित जल-प्रबंध के अभाव में देश का अधिकांश जल समुद्र में बेकार चला जाता है और इससे देश के विभिन्न भागों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बाढ़ और सूखा की समस्या से निपटने, जल-विद्युत् उत्पादन, सिंचाई एवं अन्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए देश की विभिन्न नदियों पर बाँध बनाया गया, जल विद्युत् गृह की स्थापना की गई तथा नहरें निकालकर सिंचाई की गई है।


92. “चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग क्यों है?” (Why is sugar industry a seasonal industry ?)

उत्तर ⇒ भारत और अन्य ऊष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में चीनी उद्योगों का कच्चा-माल गन्ना है। गन्ना एक भार ह्रास वाली फसल है। खेतों में काटकर एकत्रित करने से लेकर दुलाई की अवधि तक इसमें सुक्रोज की मात्रा सूखती रहती है। गन्ने के खेत से काटने के 24 घंटे के अंदर तक ही पेरा जाए तो अधिक चीनी की मात्रा प्राप्त होती है। इस कारण गन्ने का भंडारण लंबे समय तक नहीं हो सकता है। गन्ना एक मौसमी फसल है, जिसे निश्चित अवधि में ही काटा जाता है। अतः गन्ने की पेराई की अवधि निश्चित होती है और चीनी मिले कुछ ही महीनों तक चलती है। इस कारण चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग है।


93. पेट्रो-रासायनिक उद्योग के लिए कच्चा-माल क्या है? इस उद्योग के कुछ उत्पादों के नाम बताइये। (What is the raw material base for petro-chemical industry ? Name some products of this industry.)

उत्तर ⇒ पेट्रो-रसायन उद्योग का कच्चा-माल, कच्चा खनिज तेल या अपरिष्कृत पेट्रोल (crude petrol) है। कच्चे पेट्रोलियम से अनेक वस्तुएँ प्राप्त की जाती हैं, जिनका अनेक नये उद्योगों में कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है। इन सभी को सम्मिलित रूप से पेट्रो-रसायन उद्योग कहा
जाता है।
परंपरा के अनुसार पेट्रो-रसायन में अनेक उत्पाद जैसे प्लास्टिक, कृत्रिम धागे तथा उनसे बनी वस्तुएँ, कृत्रिम रबड़, पटाखा इत्यादि को शामिल किया जाता है। पेट्रो-रसायन उद्योग से बनी अनेक चीजों का इस्तेमाल हम अपने दैनिक जीवन में करते हैं। इनके कुछ उदाहरण हैं, कृत्रिम रेशम के कपड़े, टूथ-ब्रश, साबुनदानी, पेस्ट का ढक्कन, प्लास्टिक के मग, बाल्टी, रेडियो के केस, सनमाइका, डिटर्जेंट, बाल प्वाइंट पेन, बिजली के स्विच, कीटनाशक, दूध की थैलियाँ इत्यादि।


94. आधुनिक निर्माण उद्योग की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं ? (What are the special features of modern manufacturing industry ?)

उत्तर ⇒ आधुनिक निर्माण उद्योग बड़े पैमाने के उद्योग होते हैं, जिनमें प्लांट और मशीनरी में भारी पूँजी लगी होती है और उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। इन उद्योगों की अनेक विशेषताएं होती हैं, जिनमें उत्पादन की विधि में कौशल का विशिष्टीकरण, मशीनों का उपयोग. प्रौद्योगिकीय अभिनव परिवर्तन, बहुराष्ट्रीय कंपनियों का सहयोग, उत्पादन का वाह्य स्रोतीकरण, परिष्कत और उच्चतम प्रौद्योगिकी के उत्पाद, भारी मात्रा में ऊर्जा का उपयोग, विशाल संगठन इत्यादि समिमलित है।


95. भारत के आठ वृहत् औद्योगिक प्रदेशों के नाम लिखें। (Name eight major industrial regions of india.)

उत्तर ⇒ भारत के आठ वृहत औद्योगिक प्रदेश निम्नलिखित हैं-

(i) मुंबई-पुणे औद्योगिक प्रदेश,
(ii) हुगली औद्योगिक प्रदेश,
(iii) बंगलुरु-चेन्नई औद्योगिक प्रदेश,
(iv) गुजरात औद्योगिक प्रदेश,
(v) छोटानागपुर प्रदेश,
(vi) विशाखापत्तनम-गुंटूर प्रदेश,
(vii) गुड़गाँव-दिल्ली-मेरठ प्रदेश,
(viii) कोल्लम तिरूवनंतपरम प्रदेश।


96. बंगलुरू भारत का सिलिकन सिटी है। क्यों ? (Bengaluru is the silicon city of india. Why ?)

उत्तर ⇒ संयुक्त राज्य अमेरिका की सिलिकन घाटी उच्च प्रौद्योगिकी उद्योग का एक महत्त्वपूर्ण केन्द्र है जिसमें उन्नत वैज्ञानिक एवं इंजीनियरिंग उत्पादों का निर्माण गहन शोध एवं विकास के प्रयोग के द्वारा किया जाता है। इसी प्रकार भारत में बंगलुरू सूचना प्रौद्योगिकी या उच्च प्रौद्योगिकी उद्योग का मुख्य केन्द्र है, जहाँ देश का सर्वप्रथम सॉफ्टवेयर पार्क स्थित हैं। यहाँ की देशी कंपनियों को अपनी गणवता के कारण अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति मिली है। इसी कारण बंगलरू को भारत का इलेक्ट्रॉनिक उद्योग की राजधानी तथा सिलिकन सिटी कहा जाता हैं।


97. लोहा -इस्पात उद्योग किसी देश औधोगिक विकास का आधार है, ऐसा क्यों ? (The Iron & Steel Industry is basic to the industrial development of any country Why?)

उत्तर ⇒ लोहा-इस्पात उद्योग आधुनिक युग का आधारभूत उद्योग है। यह अन्य उद्योगों का जनक है। इससे विभिन्न कल-कारखानों के लिए मशीन एवं संयंत्र, कृषि के उपकरण तथा परिवहन के साधन बनाये जाते हैं। इसके विभिन्न उत्पाद अन्य उद्योगों के लिए कच्चा माल हैं। लोहे के उपयोग के बिना हम न तो ट्रैक्टर, ट्रेलर, थ्रेसर, हल, कुदाल इत्यादि कृषि के औजार बना सकते हैं और न रेल की पटरी, रेल के डिब्बे, इंजन, वायुयान, जलयान, मोटर गाड़ी, साइकिल इत्यादि परिवहन के साधन ही। भारतीय उद्योग के लगभग सभी सेक्टर अपनी मूल आधारित अवसंरचना के लिए मुख्य रूप से लोहा-इस्पात उद्योग पर निर्भर करते हैं। वास्तव में, लोहा-इस्पात रोग के विकास ने भारत में तीव्र औद्योगिक विकास के दरवाजे खोल दिए हैं।


98. भारत की 1991 ई० की नयी औद्योगिक नीति के तीन मुख्य उद्देश्यों को लिखिए। (Write three main aims of 1991 new industrial policy of India.)

उत्तर ⇒ भारत की नयी औद्योगिक नीति की घोषणा 1991 ई० में की गई। इसके तीन मुख्य उद्देश्य थे –

(i) अब तक प्राप्त किए गए लाभ को बढ़ाना,
(ii) इसमें विकृति अथवा कमियों को दूर करना और
(iii) उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण के लक्ष्य को ध्यान में रखकर उत्पादकता और लाभकारी रोजगार में स्वपोषित वृद्धि को बनाए रखना और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करना।


99. नोएडा एवं बरौनी के महत्त्व का उल्लेख करें। (Mention the significance of NOIDA and BARAUNI.)

उत्तर ⇒ नोएडा गुड़गाँव-दिल्ली-मेरठ औद्योगिक प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक केन्द्र है जो दिल्ली से सटे स्थित है। यह छोटे और बाजार उन्मुख विद्युत, इंजीनियरिंग के हल्के सामान और इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों में महत्त्वपूर्ण हैं। यह सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक में अपनी पहचान बना चुका है।
बरौनी बिहार में गंगा नदी के उत्तर स्थित है। यह दक्षिणं और मध्य बिहार से राजेन्द्र पुल से जुड़ा हुआ है। यह एक महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केन्द्र है, जहाँ तेलशोधक कारखाना, पेट्रो-रसायन, ताप विद्युत, रासायनिक खाद और दुग्ध उद्योग विकसित है। यह उत्तर बिहार का एक महत्त्वपूर्ण रेलवे जंक्शन भी हैं।


S.N Geography लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर ( 20 Marks )
1.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 1
2.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 2
3.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 3
4.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 4
5.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 5
6.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 6
7.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 7
8.Geography ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART – 8
S.NGeography ( दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर ) ( 15 Marks )
1.Geography ( दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ) PART – 1
2. Geography ( दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ) PART – 2
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