लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर home science part – 6 (20 Marks)


151. खनिज धब्बे क्या हैं ? (What is mineral stains ?)

उत्तर⇒ खनिज पदार्थों से लगे धब्बों को खनिज धब्बे कहते हैं। जैसे—जंग, स्याही तथा औषधियों द्वारा लगे धब्बे खनिज धब्बे हैं। इन धब्बों को दूर करने के लिए हल्के अम्ल का प्रयोग करते हैं तथा इसके बाद हल्का क्षार लगाकर वस्त्र पर लगे अम्ल के प्रभाव को दूर कर दिया जाता है।


152. प्राणिज्य धब्बे क्या हैं ? (What is animal stains ?)

उत्तर⇒ प्राणिज्य पदार्थों के द्वारा लगने वाले धब्बों को प्राणिज्य धब्बे कहते हैं। जैसे-अण्डा, दूध, मांस, मछली आदि। इन खाद्यों के धब्बों में प्रोटीन होता है। अतः इन धब्बों को छुड़ाने के समय गर्म पानी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। गर्म पानी से ये धब्बे पके हो जाते हैं। इन्हें ठण्डे पानी से रगड़कर साफ किया जा सकता है।


153. चिकनाई के धब्बे बताएँ। (Mention about grease stains.)

उत्तर⇒ घी, तेल, मक्खन, क्रीम, रसेदार सब्जी, पेंट, वार्निश, तारकोल आदि पदार्थों से लगने वाले धब्बे चिकनाई के धब्बे होते हैं। इन धब्बों को दूर करने के लिए ऐसे घोलकों का प्रयोग किया जाता है, जिसमें वे घुल जाए।


154. अपमार्जक क्या है ?
(What is Detergent ?)

उत्तर⇒ अपमार्जक के रूप में साबुन, रीठा, शिकाकाई आदि का प्रयोग किया जाता है। आजकल रासायनिक विधि से बनाए अपमार्जक उपलब्ध हैं। इनका प्रयोग रेशमी एवं कीमती वस्त्रों पर हो रहा है। रीठा एवं शिकाकाई का प्रयोग प्राचीनकालीन है।


155. वानस्पतिक धब्बा क्या है ? इसे कैसे हटाया जाता है?
(What is botanical spot ? How does it removed ?)

उत्तर⇒ पेड-पौधों से प्राप्त पदार्थों द्वारा लगनेवाले धब्बे वानस्पतिक धब्बे कहे जाते हैं, जैसे—चाय, कॉफी, फल, फूल तथा सब्जियों के धब्बे। इसे क्षारीय माध्यमों द्वारा हटाया जाता है। क्षारीय अभिकर्मक बोरेक्स, सुहागा, अमोनिया एवं वाशिंग सोडा हैं। सब्जी एवं हल्दी के धब्बे साबुन, जैबेल घोल द्वारा छुड़ाए जाते हैं। फल एवं सब्जी के धब्बे सहागा और नमक के घोल से भी छुट जाते हैं।


156. प्राथमिक रंग
(Primary Colour)

उत्तर⇒ ये प्रथम श्रेणी के मुख्य रंग हैं। यह किसी रंग को मिलाने से नहीं बनता है। जैसे लाल, पीला और नीला रंग।


157. प्राकृतिक तंतु (Natural Fibres)

उत्तर⇒  जो तंतु. हम प्रकृति से प्राप्त करते हैं, उसे प्राकृतिक तंतु कहते हैं। जैसे-कुछ पर-पौधों से, कुछ जानवरों और कीड़ों से प्राप्त होते हैं। ये तीन प्रकार के होते हैं

(i) वनस्पति-कपास, लिनन, कापोक, जूट, हेम्प, नारियल, सन।
(ii) प्राणिज-रेशम, ऊन
(ii) खनिज-सोना, चाँदी, स्टील, ससबेस्टस।


158. तंतु या रेशे (Fibre)

उत्तर⇒ तंतु वस्त्र निर्माण की मूलभूत इकाई है। तंतु आकार में बहुत छोटी-छोटी इकाई के रूप में रहते हैं। कई तंतुओं को मिलाकर सूत बनता है, जिससे वस्त्र तैयार होता है।


159. कपड़ों की वार्षिक देखभाल (Annual care of clothes)

उत्तर⇒ वस्त्रों का उपयोग प्रतिदिन होता है। लेकिन कुछ वस्त्र ऐसे होते हैं जिनका उपयोग कम अथवा कभी कभी अथवा मौसम के अनुसार होता है। अतः इनकी देखभाल भी दैनिक ना होकर वार्षिक होती है, जैसे-ऊनी तथा रेशमी वस्त्र।


160. स्टार्च लगाना (कड़ा करना) (Starching)

उत्तर⇒ वस्त्रों पर कड़ापन लाने एवं नवीन रूप प्रदान करने के लिए कलफ लगाने की विधि को स्टार्च लगाना कहते हैं।


161. विटामिन (Vitamin)

उत्तर⇒  विटामिन शरीर को विभिन्न रोगों से सुरक्षा प्रदान करती है तथा शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है। शरीर के उत्तम स्वास्थ्य के लिए यह आवश्यक होते हैं। विटामिन एक प्रकार का रासायनिक तत्त्व होता हैं जो शरीर में बहत ही अल्पमात्रा में पाए जाते हैं। यह छः प्रकार के होते हैं जैसे-A, B, C, D, E एवं KI ये शरीर में भिन्न-भिन्न कार्य करते हैं।


162: खमीरीकरण (Fermentation)

उत्तर⇒ यह वह प्रक्रिया है जिसमें कुछ सूक्ष्मजीवों को भोजन में मिलाया जाता हैं। इस तरह खमीरीकरण की प्रक्रिया से पौष्टिक तत्त्वों में परिवर्तन आ जाता है तथा नवीन पौष्टिक तत्त्व बढ़ जाते हैं। इससे दही, खमन, ढोकला, इडली, डोसा आदि बनते हैं।


163. अंकुरीकरण (Germination)

उत्तर⇒ अंकुरीकरण वह प्रक्रिया हैं जिसमें दाल तथा अनाजों में छोटे-छोटे अंकुर निकल आते हैं जब इनको थोड़े पानी में भिंगोकर रखा जाता है।


164. जीवन बीमा (Life Insurance)

उत्तर⇒ जीवन बीमा बचत का उत्तम साधन है। यह जीवन-बीमा निगम द्वारा किया गया एक बंधपत्र (Agreement) है, जिसमें भविष्य में अनिश्चित विपत्तियों या घटना घटने पर बीमाधारक को या उसके उत्तराधिकारी को एक पूर्व निश्चित धनराशि निगम द्वारा प्रदान की जाती है।


165. प्रोटीन के कार्य लिखें। (Write functions of protein.)

उत्तर⇒ प्रोटीन के कार्य प्रोटीन के कार्य नवीन तंतु का निर्माण, तंतु का मरम्मत, मानसिक शक्ति बढ़ाना, ऊर्जा और उष्मा का उत्पादन, हार्मोन का निर्माण, पाचक रसों का निर्माण तथा त्वचा को स्वस्थ रखना है।


166. जल की उपयोगिता बताइये। (Explain about utility of water.)

उत्तर⇒ जल का प्रयोग पीने, भोजन पकाने, सफाई करने, नहाने व गंदगी को बहा ले जाने के उद्देश्य से करते हैं। प्राणी के शरीर को ऑक्सीजन के बाद जल की ही सबसे अधिक आवश्यकता होती है।


167. रसोईघर को स्वच्छ रखने के चार उपाय लिखिए।
(Write down four methods to keep the kitchen clean.)

उत्तर⇒ रसोईघर साफ रखने के चार उपाय निम्नलिखित हैं

(i) रसोईघर सदा प्रकाशमय व हवादार होना चाहिए जिससे दुर्गन्ध नहीं आती तथा अंधेरे कोने में रहने वाले कीड़े-मकोड़े भी पैदा नहीं होते।
(ii) रसोईघर के दरवाजे व खिड़कियों में जाली लगी होनी चाहिए ताकि मक्खियाँ अंदर न आ सके।
(iii) रसोईघर के स्लेब व जमीन सरलता से साफ होने वाला होने चाहिए। भोजन के टुकड़ों को साथ-साथ फेंक देना चाहिए। इससे तिलचट्टे तथा चूहे दूर रहते हैं।
(iv) भोजन पकाने की बर्तन साफ करने के लिए भरपूर ठंडा तथा गर्म पानी उपलब्ध होना चाहिए।


168. शुद्ध तथा अशुद्ध जल में क्या अंतर है ?

(What is difference between pure and impure water?)

उत्तर⇒ शुद्ध तथा अशुद्ध जल में निम्नलिखित अंतर हैं-

शुद्ध जल अशुद्ध जल
(i) यह जल स्वच्छ, रंगहीन तथा चमकीला होता है। (i) यह गंदा, रंगीन तथा मटमैला होता है।
(ii) इसमें किसी प्रकार का मिठास, नमक एवं खारापन नहीं होता। (ii) इसमें किसी-न-किसी प्रकार के कैल्सियम अथवा मैग्नीशियम आदि तत्त्व होने के कारण खारापन होता है।
(iii) यह कीटाणुरहित होता है। (ii) यह कीटाणुयुक्त होता है।
(iv) इस जल में घुले पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होते। (iv) इसका प्रत्येक पदार्थ हानिकारक होता है
(v) चूनारहित होने के कारण यह हलका या मृदु जल कहलाता है। (v) चूना होने के कारण यह भारी या कठोर जल कहलाता है।
(vi) यह अवलंबित अशुद्धियाँ छोटे-छोटे लकड़ी के टुकड़े, रेत, मिट्टी के कण तथा सूक्ष्म कीड़े आदि से रहित होती हैं | (vi) सामान्यतः इसमें अवलंबित अशुद्धियाँ होती हैं।
(vii) यह शुद्ध जल पीने योग्य होता है। (vii) अशुद्ध जल पीने योग्य नहीं होता है

 


169. हिमीकरण क्या होता है ? (What is freezing ?)

उत्तर⇒ हिमीकरण हिमीकरण में खाद्य पदार्थों को इतना ठंढा किया जाता है कि वे बर्फ की तरह जम जाते हैं जिससे खाद्य पदार्थों के जीवाणुओं एवं एन्जाइम निष्क्रिय हो जाते हैं और वे अधिक समय तक खराब नहीं होते हैं। इस विधि में वैसे फल एवं सब्जियाँ संरक्षित किये जाते हैं, जो पकाने पर पिलपिले नहीं होते हैं। पैकिंग करने में बॉक्स पेपर, पोलीथीन, सेलोफेन एवं टीन-फॉयल आदि प्रयुक्त किये जाते हैं। इससे बँधे खाद्य पदार्थों को हिमीकरण यंत्र में रख दिया जाता है। इसका तापक्रम 30° F से 35° F तक रहता है।


170. वसा के कार्यों को लिखिए। (Write the fiunctions of fats.)

अथवा, वसा क्या है ? इसके कार्य एवं प्राप्ति के साधन लिखिए।
Or, (What is fats ? Write its functions & sources.)

उत्तर⇒ वसा- वसा में कार्बन, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन होते हैं। वसा के ग्रहण से शरीर . में शक्ति और गर्मी उत्पन्न होती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट से ढाई गुनी अधिक शक्ति और गर्मी प्रदान करने की क्षमता है। यह चरबीदार अम्ल और ग्लिसरिन का मिश्रण है।

वसा के कार्य- वसा के निम्नलिखित कार्य हैं-

(i) शरीर को ऊष्मा और ऊर्जा प्रदान करना।
(ii) शरीर की बाहरी रचना को सुडौल और सुगठित रूप देना।
(iii) शरीर को चिकना रखना।
(iv) विटामिनों की प्राप्ति।
(v) शीत से रक्षा करना और अधिक श्रम करने की क्षमता देना।

वसा प्राप्ति के साधन- सरसों, नारियल, मूंगफली, तिल, बादाम, सूखे मेवे, मछली, चरबी, अण्डे, घी, मक्खन आदि से वसा प्राप्त होते हैं।


171. शरीर में जल का क्या कार्य है ?

(What is the function of trater in the body ?)

उत्तर⇒ शरीर में जल का निम्नलिखित कार्य है-

(i) शरीर का निर्माण कार्य- शरीर के पूरे भार का 56% भाग जल का होता है। गुर्दे में 83%, रक्त में 85%, मस्तिष्क में 79%, मांसपेशियाँ में 72%, जियर में 70% तथा अस्थियाँ में 25% जल होता है।

(ii) तापक्रम नियंत्रक के रूप में- जल शरीर के तापक्रम को नियंत्रित रखता है।
(iii) घोलक के रूप में- यही माध्यम है जिससे पोषक तत्त्वों को कोषों तक ले जाया जाता है तथा चयापचय के निरर्थक पदार्थों को निष्काषित किया जाता है। पाचन क्रिया में जल का प्रयोग होता है। मूत्र में 96% जल होता है। मल-विसर्जन में इसकी आवश्यकता होती है। इसकी कमी से कब्जियत होती है।

(iv) स्नेहक कार्य- यह शरीर के अस्थियों के जोड़ों में होने वाले रगड़ से बचाता है। संधियों के चारों तरफ थैलीनुमा ऊतक में यह उपस्थित होता है, जिसके नष्ट होने से संधियाँ जकड़ जाती हैं।

(v) शरीर के निरूपयोगी पदार्थों को बाहर निकालना- शरीर के विषैले पदार्थों को मूत्र तथा पसीने द्वारा यह बाहर निकालने में सहायक होता है।


172. प्रत्यक्ष आय एवं अप्रत्यक्ष आय। (Direct income and indirect income.)

उत्तर⇒ प्रत्यक्ष आय-प्रत्यक्ष आय उन सभी वस्तुओं और सेवाओं से प्राप्त आय को कहते हैं जो एक परिवार को बिना मुद्रा व्यय के प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त होती हैं जैसे-मुफ्त घर, निःशल्क शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ आदि।

अप्रत्यक्ष आय-अप्रत्यक्ष आय उन सभी वस्तुओं और सेवाओं से प्राप्त आय को कहते हैं जो मौद्रिक आय के माध्यम से प्राप्त होता है जैसे-कपड़ा टिकाऊ एवं सस्ता खरीदना आदि।


173. बचत खाता (Saving Account)

उत्तर⇒ बचत खाते में बैंक जमा धारक को चेक बुक तथा पासबुक प्रदान करती है। इसे अकेले या दो व्यक्ति संयुक्त रूप से खोल सकते हैं। बैंक निश्चित दर पर जमा राशि पर ब्याज देती है। सैलरी अकाऊंट इसी प्रकार के खाते के अंतर्गत आता है। यह खाता साधारण स्थिति वाले व्यक्ति के लिए सुलभ और लाभप्रद है।


174. अमानवीय संसाधन (Non-Human Resources)

उत्तर⇒ इसके अंतर्गत वैसी सुविधाएँ आती हैं जिन्हें हम पैसा देकर या धन देकर प्राप्त करते है। इसके अंतर्गत भौतिक साधन (मकान, वस्त्र, उपकरण, चल तथा अचल सम्पत्ति) तथा सामुदायिक सुविधाएँ (पार्क, अस्पताल, डाक सेवा, रेल तथा बस सेवाएँ, बिजली, पानी) आती हैं।


175. बचत (Saving)

उत्तर⇒ आय का वह अंश जो व्यक्ति बचाता है, बचत कहलाता है। बचत व्यक्ति की आय का वह भाग है जो भविष्य की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बचाकर रखा जाता है। कुल आय में से व्यय को घटा देने से जो कुछ शेष बचता है वह बचत कहलाता है।


176. निवेश
(Investment)

उत्तर⇒ जिस बचत राशि पर ब्याज अथवा प्रीमियम प्राप्त होता है, उसे निवेश या विनियोग कहते हैं। आय का वह भाग जो प्रतिमाहं या प्रतिवर्ष किसी सुव्यवस्थित योजना में लगाते हैं और जिसमें हमें आय होती है, निवेश कहलाता है।


177. चेक बुक (Cheque Book)

उत्तर⇒  बैंक में खाता खोलने के बाद खाताधारी को बैंक चेक बुक देती है। चेक बुक के द्वारा पैसा निकासी की जा सकती है। चेक के द्वारा एक-दूसरे से पैसे का लेन-देन किया जा सकता है।


178. बैंक खाता से क्या लाभ है ?
(What are the advantages of bank account ?)

उत्तर⇒ बैंक खाता से निम्न लाभ होते हैं

(i) बैंक में जमा रुपयों पर ब्याज मिलता है।
(ii) बैंक कम खर्च करना सिखाता है। अपने पास रुपये रखने से कुछ न कुछ खर्च हो । जाने की संभावना बनी रहती है।
(iii) बैंकों द्वारा रुपयों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा तथा मँगाया जा सकता है।
(iv) बैंकों में रुपया रखने पर चोरी की संभावना नहीं रहती है।
(v) बैंक में रुपये रखने पर ही लॉकर सुविधा प्राप्त होती है।


179. घरेलू हिसाब-किताब से लाभ (Advantages of keeping Domestic Calculation)

उत्तर⇒ लाभ निम्न हैं-

(i) इससे अधिक व्यय करने से बचा जा सकता है।
(ii) लाभ का रिकार्ड रखने से परिवार की कुल आय व व्यय को जाना जा सकता है।
(iii) उधार लेने की आदत से बचा जा सकता है।
(iv) आय और व्यय में संतुलन बनाये रखना सरल हो जाता है।
(v) अपव्यय को कम किया जा सकता है।


180. घरेलू लेखा-जोखा कितने प्रकार का होता है ?

(How many types of Household accounts ?)

उत्तर⇒ घरेलू लेखा-जोखा तीन प्रकार से किया जाता है-

(i) दैनिक हिसाब लिखना- इसमें विभिन्न मद में किये गए खर्च का लेखा-जोखा रहता है।
(ii) साप्ताहिक एवं मासिक हिसाब– इसमें सप्ताह में या माह में किये गए व्यय का लेखा-जोखा रहता है।
(iii) वार्षिक आय-व्यय और बचत का रिकार्ड- इसमें सभी स्रोतों से प्राप्त आय का हिसाब एक तरफ रहता है और दूसरी तरफ व्यय का हिसाब रहता है जिसमें आकस्मिक खर्च, टैक्स, बचत आदि सभी का ब्योरा रहता है।


181. वस्त्रों को प्रभावित करने वाले तत्त्व
(Factor’s affecting the selection of clothes)

उत्तर⇒ वस्त्रों के चयन को प्रभावित करने वाले निम्न तत्त्व हैं-

(i) फैशन, (ii) आर्थिक स्थिति, (iii) अवसर, (iv) व्यक्तित्व, (v) जलवायु, (vi) आयु, (vii) व्यवसाय, (viii) शारीरिक बनावट।


182. रेडीमेड वस्त्र (Readymade Gaments)

उत्तर⇒  आज बढ़ती हुई महँगाई के कारण कपड़ों की कीमत तथा सिलाई दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आज बाजार में विभिन्न प्रकार के बने बनाए वस्त्र कम कीमत में बहुतायत मात्रा में उपलब्ध हैं। आज उपभोक्ता को रेडीमेड उपलब्ध वस्त्रों में से चयन का मौका मिलता है। रेडीमेड वस्त्र बड़े-बड़े शोरूम से लेकर फुटपाथ तक सभी जगह मिलते हैं। यही नहीं रेडीमेड वस्त्रों की भिन्न-भिन्न किस्मों के कारण इनका व्यापार अधिक बढ़ गया है।


183. धुलाई मशीन

(Washing Machine)

उत्तर⇒ धुलाई मशीन के वास्तविक मूल्य की गणना समय तथा ऊर्जा बचाने की शर्तों के साथ-साथ धन विनियोग के रूप में की जाने लगी है। धुलाई मशीन समय एवं शक्ति बचाने का महत्त्वपूर्ण साधन मानी जाती है। यह विद्युत चालित होती हैं तथा कई वस्त्र इसमें एक साथ धोए जा सकते हैं।


184. सूती वस्त्रों का संग्रह कैसे करें ?

(How can we store the cotton clothes ?)

उत्तर⇒ सूती वस्त्रों का संग्रह निम्न प्रकार से कर सकते हैं।

(i) अलमारी में ठीक प्रकार से तह लगाकर रखें।
(ii) वस्त्रों को पूरी तरह से सुखाकर रखें।
(iii) विभिन्न प्रकार के कपड़े अलग-अलग ढेर में रखें।
(iv) वस्त्रों का संरक्षण करते समय उसमें स्टार्च न लगाएँ।
(v) दुर्गन्ध नाशक का प्रयोग करें।


185. कपड़े की शीट्र मरम्मत क्यों आवश्यक हैं?
(Why immediate repair of dress is necessary ?)

उत्तर⇒ कपडे की शीघ्र मरम्मत करवाने के निम्नलिखित कारण हैं-

(i) शीघ्र मरम्मत नहीं करवाने से कपड़े फट सकते हैं।
(ii) फटा कपड़ा बेतरतीब दीखता है।
(iii) फटे कपड़े से अंग दिखाई पड़ते हैं।


186. सिले-सिलाए वस्त्र कितने प्रकार के होते हैं ?
(What are the types of Readymade Garment ?)

उत्तर⇒ सिले-सिलाए वस्त्र निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं-

(i) बाह्य वस्त्र- यह निम्नलिखित होते हैं—कार्य करने के वस्त्र, यूनीफार्म, आराम के वस्त्र, खेल के वस्त्र, सूट, पैंट, ड्रेस, स्त्रियों के सूट, ब्लाऊज, ब्लेजर, जैकेट, कार्डीगन, पुलोवर, कोट, स्कर्ट, शर्ट, जीन्स, टाई, नहाने के वस्त्र, ट्रेक सूट आदि।
(ii) अन्तः वस्त्र- यह निम्नलिखित होते हैं जर्सी, नीचे पहने जाने वाले पैंट, मौजे, स्टाकिंग, ब्रा, पेन्टी, आदि।


187. भविष्य निधि में धन रखने के क्या लाभ हैं ?
(What are the advantages of keeping wealth or money in Provident Fund ?

उत्तर⇒  यह सरकारी या गैर-सरकारी सेवा में कार्यरत कर्मियों के लिए अनिवार्य योजना है। इसके अंतर्गत प्रति माह वेतन में से एक निश्चित राशि इस योजना में जमा कराई जाती है। आवश्यकता पड़ने पर विभिन्न कार्यों जैसे बच्ची का विवाह, शिक्षा, घूमने आदि के लिए उससे राशि ऋण के रूप में संस्थान प्रधान द्वारा प्राप्त होती है। भविष्य निधि में धन रखने के निम्नलिखित लाभ हैं-

(i) धन सुरक्षित रहता है।
(ii) धन ब्याजसहित वापस प्राप्त होता है।
(iii) आवश्यकता पड़ने पर सरलता से ऋण प्राप्त होता है।


188. F.P.O से आप क्या समझते हैं ?
(What do you mean by F.P.O.?)

उत्तर⇒ F.P.O. द्वारा फलों और सब्जियों की गुणवत्ता का न्यूनतम स्तर आवश्यक रूप से रखने का प्रावधान है। कारखानों में तैयार पदार्थों की उचित पैकिंग, मार्का और लेवल होना चाहिए। F.P.o. मार्का वाले पदार्थ निम्नलिखित हैं- जैम, जेली, मामलेड, कैचअप, स्कैवाश, अचार, चटनी, चाशनी, सीरप आदि।


189. आई० एस० आई० क्या है ? चार खाद्य पदार्थों के नाम लिखें जिन पर आई० एस० आई० चिह्न हों।

(What is I.S.I. ? Give the names of four food products having I.S.I. mark.)

उत्तर⇒ आई० एस० आई० (I. S. I.)- यह चिह्न पदार्थों की शुद्धता की गारन्टी देता है। भारतीय मानक संस्थान द्वारा निम्नलिखित विश्वास दिलाए जाते हैं –

उपभोक्ता को पदार्थ की गुणवत्ता, सुरक्षा तथा स्थिरता के आश्वासन के लिए विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता पदार्थों पर आई० एस० आई (I.S.I.) चिह्न लगाया जाता है। कुछ भी खरीदने के पूर्व सामान की गुणवत्ता हेतु यह चिह्न अवश्य देख लेना चाहिए।

पदार्थों के नाम जिन पर I. S. I. चिह्न अंकित होते हैं-

(i) L.P.G.
(ii) बाल आहार,
(iii) बिस्कुट और
(iv) छत के पंखें।


190. घरेलू बजट का क्या महत्त्व है ?
(What are the importance of House Budget ?)

उत्तर⇒ घरेलू बजट किसी भी घर के परिवार का आर्थिक दपर्ण होता है। इसका महत्त्व निम्न हैं आय व्यय में संतुलन, बजट के अनुसार व्यय, बजट बनाने से बचत, बजट के अनुसार खच, सीमित आय में अधिकतम आवश्यकताओं की पूर्ति तथा परिवार को कर्ज नहीं लेना पड़ता है।


Home Science Class 12 question answer in Hindi

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