Class 12th Model Paper 2022 ( समाज शास्त्र ) Class 12th Sociology Model Paper Bihar Board


1. बिहार में समाजशास्त्र की पढ़ाई सर्वप्रथम किस विश्वविद्यालय में शुरू हुई थी ?

(A) पटना विश्वविद्यालय
(B) मुंगेर विश्वविद्यालय
(C) पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय
(D) भागलपुर विश्वविद्यालय

 Answer ⇒ A

2. अगस्त कॉम्ट के गुरु कौन थे ?

(A) मेकाईवर
(B) अरस्तु
(C) सेंट साइमन
(D) मार्क्स

 Answer ⇒ A

3. किसने कहा, “समाजशास्त्र समाज का विज्ञान है” ?

(A) वार्ड
(B) मेकाईवर
(C) गिडिंग्स
(D) स्पेंसर

 Answer ⇒ B

4. “पॉजिटिव फिलास्फी” नामक पुस्तक के रचयिता कौन थे ?

(A) कॉम्ट
(B) सोरोकिन
(C) मार्क्स
(D) हीगेल

 Answer ⇒ A

5. बम्बई विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग की स्थापना किनकी अध्यक्षता में हुई ?

(A) जी० एस० घूर्ये
(B) पैट्रिक गिड्स
(C) आर० के० मुखर्जी
(D) डी० एन० मजुमदार

 Answer ⇒ A

6. इनमें से कौन भारतीय संस्कृति का मूल तत्व है ?

(A) आध्यात्मवाद
(B) कर्म संबंधी विश्वास
(C) सामूहिकता
(D) ये सभी

 Answer ⇒ D

7. निम्न में से किन्होंने धर्म की समाजशास्त्रीय अवधारणा प्रस्तुत किया

(A) दुर्थीम
(B) फ्रेजर
(C) टायलर
(D) मेकाईवर

 Answer ⇒ A

8. निम्न में से कौन समाज की विशेषता नहीं है ?

(A) समाज मूर्त है
(B) परिवर्तनशीलता
(C) पारस्परिक निर्भरता
(D) पारस्परिक जागरूकता

 Answer ⇒ A

9. किसने कहा, “समाज संघर्ष मिश्रित सहयोग है” ?

(A) बोगार्डस
(B) मेकाईवर
(C) अगस्त कॉम्ट
(D) जॉर्ज सिमेल

 Answer ⇒ C

10. निम्न में से कौन सामाजिक परिवर्तन का कारक है ?

(A) तकनीकी
(B) जनसंख्या
(C) संस्कृति
(D) उपर्युक्त सभी

 Answer ⇒ D

11. मार्क्स ने सामाजिक परिवर्तन के लिए किस कारक को उत्तरदायी माना है ?

(A) भौगोलिक
(B) सांस्कृतिक
(C) आर्थिक
(D) जनसंख्यात्मक

 Answer ⇒ C

12. “आधुनिक भारत में सामाजिक परिवर्तन” नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं ?

(A) एम० एन० श्रीनिवास
(B) आर० के० मुखर्जी
(C) डी० पी० मुखर्जी
(D) एस० सी० दुबे

 Answer ⇒ B

13. किसने कहा, “प्रत्येक व्यक्ति यह जानता है कि नगर क्या है, किन्तु किसी ने भी संतोषजनक परिभाषा नहीं दी हैं ?

(A) बर्गेल
(B) एण्डरसन
(C) बिल कॉक्स
(D) मेकाईवर

 Answer ⇒ D

14. निम्नलिखित में से कौन मुस्लिम समुदाय की समस्या है ?

(A) असुरक्षा की भावना
(B) शैक्षणिक पिछड़ापन
(C) साम्प्रदायिक तनाव
(D) उपर्युक्त सभी

 Answer ⇒ D

15. किस कमीशन में पिछड़े वर्ग को मध्यम स्तर की जातियाँ के रूप में स्पष्ट किया गया था ?

(A) मण्डल कमीशन
(B) कोठारी कमीशन
(C) सरकारीया कमीशन
(D) साइमन कमीशन

 Answer ⇒ A

16. ‘डी० ए० केस’ किस अपराध से संबधित है ?

(A) हत्या
(B) बलात्कार
(C) आप से अधिक सम्पत्ति
(D) चोरी

 Answer ⇒ B

17. राज्य के निर्माण में इनमें से कौन-सा सर्वप्रथम तत्व है ?

(A) जनसंख्या
(B) निश्चित भू-भाग
(C) सरकार
(D) उपर्युक्त सभी

 Answer ⇒ D

18. किस प्रमुख ऐतिहासिक घटना से भारत में राष्ट्रवाद की भावना का उदय हुआ ?

(A) 1857 का सिपाही विद्रोह
(B) भारत छोडो आन्दोलन
(C) असहयोग आन्दोलन
(D) सविनय अवज्ञा आन्दोलन

 Answer ⇒ B

19. निम्न में से कौन जातिवाद के निवारण का उपाय है ?

(A) जातीय संगठनों पर प्रतिबंध
(B) अंतर्जातीय विवाह
(C) सामजिक शिक्षा
(D) उपर्युक्त सभी

 Answer ⇒ D

20. जननी सुरक्षा योजना निम्न में से किससे संबंधित है ?

(A) बच्चों के जन्म से
(B) घरेलू हिंसा से
(C) लिंग विभेद से
(D) रोजगार से

 Answer ⇒ B

21. “विशेष विवाह अधिनियम’ किस साल पारित हुआ ?

(A) 1954
(B) 1956
(C) 1961
(D) 1972

 Answer ⇒ D

22. खासी नामक जनजाति किस राज्य में निवास करती है ?

(A) राजस्थान
(B) बिहार
(C) मेघालय
(D) मध्य प्रदेश

 Answer ⇒ C

23. ‘वाणप्रस्थ आश्रम’ आश्रम व्यवस्था का कौन सा स्तर है ?

(A) प्रथम
(B) द्वितीय
(C) तृतीय
(D) चतुर्थ

 Answer ⇒ D

24. नगरीय पर्यावरण का सामाजिक जीवन पर निम्न में से कौन प्रभाव नहीं हैं ?

(A) अपराध
(B) व्यक्तिवादिता में वृद्धि
(C) प्रदूषण में कमी
(D) आवास की समस्या में वृद्धि

 Answer ⇒ A

25. श्रीनिवास ने पश्चिमीकरण का प्रक्रिया के मॉडल के रूप में से निम्न में से किसे आधार माना ?

(A) नयीं प्रौद्योगिकी
(B) आधुनिकीकरण
(C) शिक्षण संस्थायें
(D) 150 वर्ष के ब्रिटिश शासन

 Answer ⇒ C

26. भारत में सांस्कृतिकरणं को प्रोत्साहित करने वाली दशायें कौन सी है ?

(A) संस्कृति की शिक्षा
(B) महिला आन्दोलन
(C) औद्योगीकरण व नगरीकरण
(D) जनजातीय आन्दोलन

 Answer ⇒ C

27. किस हिन्दू धर्मग्रंथ में यह वर्णित है कि स्त्रियों का अपना स्वतंत्र अस्तित्व नहीं है ?

(A) गीता
(B) मनुस्मृति
(C) उपनिषद
(D) ऋग्वेद

 Answer ⇒ B

28. जनसंचार का निम्न में से कौन प्रकार्य है ?

(A) प्रौद्योगिक विकास
(B) वैज्ञानिक विकास
(C) नीति निर्माण
(D) मनोवृत्ति में परिवर्तन लाना

 Answer ⇒ B

29. भारत ने अर्थव्यवस्था के किस मॉडल को अपनाया है ?

(A) पूँजीवादी
(B) मिश्रित
(C) समाजवादी
(D) साम्यवादी

 Answer ⇒ B

30. निम्न में से ग्राम पंचायत की कौन-सी शाखा है ?

(A) ग्राम सभा
(B) ग्राम कचहरी
(C) A एवं B दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ C

31. तीन स्तरीय पंचायती व्यवस्था के मध्यम स्तर का नाम क्या है ?

(A) ग्राम पंचायत
(B) पंचायत समिति
(C) न्याय पंचायत
(D) जिला परिषद्

 Answer ⇒ B

32. निम्न में से कौन भारत में औपनिवेशिक शासन के लिए उत्तरदायी है ?

(A) इस्ट इंडिया कम्पनी
(B) वारेन हस्टिंग्स
(C) लार्ड क्लाइव
(D) इनमें से सभी

 Answer ⇒ D

33. भारत में सबसे बड़ा जनजातीय समूह कौन हैं ?

(A) संथाल
(B) मुंडा
(C) हो
(D) खासी

 Answer ⇒ A

34. बंगाल में स्वदेशी आन्दोलन किसने आराम किया ?

(A) राज नारायण बसु
(B) राम सिंह कूका
(C) वासुदेव जोशी
(D) महात्मा गांधी

 Answer ⇒ D

35. हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम को किस वर्ष संशोधित कर पुत्रियों को पुत्र के सम्मान पैतृक सम्पत्ति में समान अधिकार दिया गया ?

(A) 1956
(B) 2005
(C) 1985
(D) 2010

 Answer ⇒ D

36. विश्व की अर्थव्यवस्था में एकीकरण की प्रक्रिया को क्या कहते हैं ?

(A) नगरीकरण
(B) संस्कृतिकरण
(C) पचियमीकरण
(D) भूमंडलीकरण

 Answer ⇒ D

37. ‘मामा’ नातेदारी के किस श्रेणी के अंतर्गत आता है ?

(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ C

38. ‘राक्षस विवाह’ किस समाज के विवाह का एक स्वरूप है ?

(A) हिन्दू समाज
(B) सिख-समाज
(C) आदिवासी समाज
(D) मुस्लिम समाज

 Answer ⇒ C

39. ‘विनिमय विवाह’ का स्वरूप किस समाज में प्रचलित है ?

(A) हिन्दू समाज
(B) सिख समाज
(C) आदिवासी समाज
(D) मुस्लिम समाज

 Answer ⇒ D

40. मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम किस वर्ष पारित हुआ ?

(A) 1955
(B) 1986
(C) 2001
(D) 2005

 Answer ⇒ D

41. पश्चिमीकरण को किस तरह की अवधारणा माना जाता है ?

(A) तटस्थ अवधारणा
(B) यूरोपीय अवधारणा
(C) भौतिक अवधारणा
(D) क्षेत्रीय अवधारणा

 Answer ⇒ B

42. समाजशास्त्रियों के अनुसार लैंगिक विषमता का सम्बन्ध किससे है ?

(A) राजनीतिक मूल्यों से
(B) सामाजिक मूल्यों
(C) आर्थिकी
(D) जनसंख्या

 Answer ⇒ B

43. भारत में अल्पसंख्यक समुदाय के निर्धारण का आधार क्या है ?

(A) राष्ट्रीयता
(B) धर्म
(C) प्रजाति
(D) भाषा

 Answer ⇒ B

44. मुसलमानों में अस्थायी विवाह का नाम क्या है ?

(A) निकाह
(B) मुताह
(C) फासिद
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ B

45. निम्न में से कौन जाति व्यवस्था का दोष है ?

(A) अस्पृश्यता की समस्या
(B) जातिगत संघर्ष
(C) सामाजिक शोषण
(D) उपर्युक्त सभी

 Answer ⇒ D

46. कास्ट, क्लास एण्ड ओकुपेशन नामक पुस्तक किसने लिखा है ?

(A) आर० के० मुखर्जी
(B) जी० एस० धुर्य
(C) डी० एन० मजुमदार
(D) एस० सी० दूबे

 Answer ⇒ B

47. किस वर्ष “हिन्दु दत्तक ग्रहण और भरण-पोषण अधिनियम पारित किया गया ?

(A) 1956
(B) 1955
(C) 1965
(D) 2000

 Answer ⇒ C

48. भारत में किस उद्योग में ज्यादा बाल मजदूर का इस्तेमाल किया जाता है ?

(A) दरी उद्योग
(B) कपड़ा उद्योग
(C) बीड़ी उद्योग
(D) उपर्युक्त सभी

 Answer ⇒ D

49. ‘हिंदू किनशिष’ नामक पुस्तक के लेखक कौन है ?

(A) इरावती कार्वे
(B) आई० पी० देसाई
(C) एस० सी० दूबे
(D) के० एस० कपाड़िया

 Answer ⇒ D

50. जी० पी० मरडॉक ने कितने प्रकार के द्वितीयक नातेदारों का उल्लेख किया ?

(A) 33
(B) 45
(C) 50
(D) 65

 Answer ⇒ A

51. बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन अधिनियम 1986 के अंतर्गत बाल श्रमिक की अधिकतम आयु क्या है ?

(A) 18 वर्ष
(B) 12 वर्ष
(C) 14 वर्ष
(D) 10 वर्ष

 Answer ⇒ C

52. सामाजिक स्तरीकरण की व्याख्या वर्ग, प्रस्थिति और दल के संदर्भ में किसने दी ?

(A) कार्ल मार्क्स
(B) मैक्स वेबर
(C) डेबिस एवं मूरे
(D) पारसन्स

 Answer ⇒ C

53. किस सामाजिक समस्या का संबंध आर्थिक साधनों के अभाव से है ?

(A) बेरोजगारी
(B) अपंगता
(C) तलाक
(D) अवैध सन्तान

 Answer ⇒ A

54. किसने कहा कि नगरीकरण ही आधुनिकीकरण का प्रथम चरण है ?

(A) मैकाईवर
(B) लर्नर
(C) श्रीनिवास
(D) बर्गल

 Answer ⇒ C

55. आर्य समाज के संस्थापक कौन थे।

(A) राम मोहन राय
(B) दयानंद सरस्वती
(C) विवेकानन्द
(D) राम कृष्ण परमहंस

 Answer ⇒ B

56. निमन में से कौन-सा धर्म का प्रकार्य नहीं है ?

(A) सामाजिक संगठन में बाधक
(B) सामाजिक नियंत्रण का साधन
(C) सामाजिक संगठन में सहायक
(D) सर्व कल्याण में सहायक

 Answer ⇒ A

57. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कौन हैं ?

(A) पी० एल० पुनिया
(B) बूटा सिंह
(C) राम शंकर कोठारिया
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ A

58. जब कोई निम्न जाति या जनजाति किसी उच्च जाति की दिशा में अपनी जीवन पद्धति को बदलती है, तो उसे क्या कहते हैं ?

(A) संस्कृतिकरण
(B) आधुनिकीकरण
(C) पश्चिमीकरण
(D) धर्म निरपेक्षीकरण

 Answer ⇒ D

59. किसने कहा, “सामाजिक वर्ग समुदाय का वह भाग है जिसे सामाजिक स्थति के आधार पर शेष भाग से अलग कर दिया गया हो’ ?

(A) कार्ल मार्क्स
(B) डी० एन० मजुमदार
(C) सच्चिदानंद
(D) मैकाईवर

 Answer ⇒ A

60. “मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना’ की शुरूआत बिहार में किस वर्ष की गई?

(A) 2017
(B) 2018
(C) 2019
(D) 2016

 Answer ⇒ C

61. यह किसका विचार था कि “अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् भारतीय युवाओं में अंग्रेजी राज्य के प्रति स्वामिभक्ति की भावना में वृद्धि होगी और विचारों की दृष्टि से वे अंग्रेजों के अधिक निकट आ सकेंगे।”

(A) लॉर्ड कर्जन
(B) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
(C) लॉर्ड मैकाले
(D) सी. राजगोपालाचारी

 Answer ⇒ C

62. किसने लैंगिक असमानता के सात प्रकार का उल्लेख किया है ?

(A) पाणिकर
(B) मंजूमदार
(C) दूबे
(D) अमर्त्यसेन

 Answer ⇒ D

63. जनांकिकी (जनसांख्यिको) का जनक कहा जाता है ?

(A) माल्थस
(B) गुर्डलार्ड
(C) जॉन ग्रान्ट
(D) एडम स्मिथ

 Answer ⇒ C

64. मॉर्गन ने नातेदारी संज्ञाओं के कितने प्रकारों का उल्लेख किया है ?

(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार

 Answer ⇒ B

65. प्रो. एस. सी० दुबे ने भौगोलिक दृष्टि से भारतीय जनजातियों को . निम्न में से कितने भागों में विभक्त किया है ?

(A) दो
(B) तीन
(C) चार
(D) पाँच

 Answer ⇒ C

66. वह बाजार जो किसी भी प्रकार की राष्ट्रीय अथवा अन्य रोकथाम से पूर्णतः मुक्त होता है, कहलाता है

(A) मुक्त या खुला बाजार
(B) बन्द बाजार
(C) उपर्युक्त दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ A

67. “ज्ञान उपयोगी और व्यावहारिक होना चाहिए।” यह कथन किसका है ?

(A) एडम स्मिथ
(B) आई. बी. शर्मा
(C) स्टीबेन्सन
(D) बेलार्ड

 Answer ⇒ B

68. क्षेत्रवाद की समस्या का मुख्य कारण कौन है ?

(A) भाषायी भिन्नताएँ
(B) सांस्कृतिक भिन्नताएँ
(C) जैविक भिन्नताएँ
(D) आर्थिक भिन्नताएँ

 Answer ⇒ B

69. योजना आयोग के स्थान पर नवीन आयोग का गठन किया गया है, उसे किस नाम से जाना जाता है ?

(A) लोक सेवा आयोग
(B) जन-सेवा आयोग
(C) नीति आयोग
(D) कल्याण आयोग

 Answer ⇒ C

70. निम्न में से किसे मौलिक अधिकारों की सूची से हटा दिया गया है ?

(A) शिक्षा का अधिकार
(B) सम्पत्ति का अधिकार
(C) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(D) स्वतंत्रता का अधिकार

 Answer ⇒ B

71. स्त्री-पुरुष अनुपात किस राज्य में सबसे कम है ?

(A) बिहार
(B) पश्चिम बंगाल
(C) हरियाणा
(D) तमिलनाडु

 Answer ⇒ C

72. भारतीय समाज में सामाजिक स्तरीकरण की बुनियाद क्या है ?

(A) धन एवं सम्पत्ति
(C) परिवार
(B) जाति
(D) धर्म

 Answer ⇒ C

73. जनांकिकी किसका विज्ञान है ?

(A) पर्यावरण अध्ययन का
(B) जनसंख्या अध्ययन का
(C) वन अध्ययन का
(D) जल अध्ययन का

 Answer ⇒ B

74. नयी राष्ट्रीय जनसंख्या नीति कब घोषित की गयी ?

(A) सन् 1999
(B) सन् 2000
(C) सन् 2001
(D) सन् 2002

 Answer ⇒ B

75. भारत के किस राज्य में साक्षरता दर सबसे अधिक है ?

(A) बिहार
(B) केरल
(C) उत्तर प्रदेश
(D) मध्य प्रदेश

 Answer ⇒ B

76. संस्कृतिकरण की अवधारणा का विकास किसने किया ?

(A) योगेन्द्र सिंह ने किया
(B) एन० के० बोस ने किया
(C) के० एल० शर्मा ने किया
(D) एम० एन० श्रीनिवास ने किया

 Answer ⇒ D

77. निम्न में से कौन एक संस्था है ?

(A) राष्ट्र
(B) गाँव
(C) परिवार
(D) इनमें से सभी

 Answer ⇒ C

78. निम्न में से कौन संयुक्त परिवार की विशेषता है ?

(A) बड़ा आकार
(B) सामान्य सम्पत्ति
(C) सामान्य निवास
(D) इनमें से सभी

 Answer ⇒ D

79. परिवार क्या है ?

(A) संस्था
(B) समिति
(C) संस्था एवं समिति दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ C

80. ‘चाचा’ नातेदारी की किस श्रेणी के अन्तर्गत आता है ?

(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ B

81. ‘द एलिमेन्ट्री फॉर्म ऑफ रिलिजियस लाइफ’ पुस्तक के रचयिता कौन हैं ?

(A) मैक्स वेबर
(B) स्पेन्सर
(C) मैक्स गूलर
(D) दुर्थीम

 Answer ⇒ D

82. उरांव ……. राज्य के निवासी है।

(A) बिहार
(B) झारखण्ड
(C) उड़ीसा
(D) मध्य प्रदेश

 Answer ⇒ B

83. निम्नांकित में से कौन-सी एक दशा जनजातीय आंदोलनों का कारण नहीं है ?

(A) कृषि भूमि की कमी
(B) जनजातियों का बाहरी समूहों द्वारा शोषण
(C) सरकार की दोषपूर्ण वन-नीति
(D) राजनीतिक दलों को स्वार्थ

 Answer ⇒ A

84. बहुपति विवाह किस जनजाति में पाया जाता है ?

(A) मुण्डा
(B) खस
(C) टोडा
(D) संथाल

 Answer ⇒ B

85. परिवीक्षा विवाह, विवाह का एक प्रकार है

(A) जनजातीय समाज में
(B) हिन्दू समाज में
(C) मुस्लिम समाज में
(D) सिख समाज में

 Answer ⇒ A

86. भारत के संविधान में निम्नांकित में से किसे अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में परिभाषित किया गया ?

(A) धार्मिक आधार पर छोटा समुदाय
(B) भाषायी आधार पर छोटा समुदाय
(C) सांस्कृतिक आधार पर छोटा समुदाय
(D) संविधान में कोई परिभाषा नहीं

 Answer ⇒ B

87. भारतीय समाज के सन्दर्भ में बहुसंख्यक तथा अल्पसंख्यक समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न करने वाला कारण है

(A) सामाजिक व्यवस्था में अन्तर
(B) राजनीतिक दलों के स्वार्थ
(C) सजातीय भिन्नताएँ
(D) काननी विभेद

 Answer ⇒ B

88. निम्न समूहों में से किसे आप भारत के सबसे छोटे धार्मिक अल्पसंख्यक सम्प्रदाय मानते हैं ?

(A) मुस्लिम
(B) ईसाई
(C) सिख
(D) पारसी

 Answer ⇒ B

89. भारत में विकलांग लोगों में सबसे अधिक संख्या किस श्रेणी की है ?

(A) दृष्टिहीन लोगों की
(B) बघिर लोगों की
(C) मूक लोगों की
(D) मन्द-बुद्धि लोगों को

 Answer ⇒ A

90. समाजशास्त्रीय आधार पर विकलांग व्यक्तियों के लिए किस शब्द का उपयोग करना अधिक न्यायपूर्ण है ?

(A) दुर्बल व्यक्ति
(B) असामान्य व्यक्ति
(C) अन्यथा सक्षम व्यक्ति
(D) पीडित व्यक्ति

 Answer ⇒ D

91. निम्नांकित में से कौन एक परियोजना कार्य का उद्देश्य नहीं है ?

(A) किसी समस्या के कारणों को जानना
(B) किसी समस्या का उन्मूलन करना
(C) समस्या के बारे में सूचनाएँ एकत्रित करना
(D) एक विशेष समस्या के परिणामों को ज्ञात करना

 Answer ⇒ B

92. निम्नलिखित में से कौन-सी एक दशा औद्योगिक समाज की विशेषता है ?

(A) हस्तशिल्प का विकास
(B) बड़ी मात्रा में उत्पादन
(C) व्यक्तिगत लाभ की प्रवृत्ति
(D) नयी प्रौद्योगिकी का उपयोग

 Answer ⇒ A

93. निम्नांकित में से किस एक लेखक ने भारत में सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रियाओं का विस्तृत वर्णन प्रस्तुत किया ?

(A) पी० एच० प्रभु
(B) के० एम० कापड़िया
(C) इरावती कर्वे
(D) एम० एन० श्रीनिवास

 Answer ⇒ D

94. भारत में कौन-सी एक दशा उपनिवेशवाद का परिणाम है ?

(A) समाज सुधार आन्दोलन का आरम्भ
(B) परिवहन के साधनों का आरम्भ
(C) वैज्ञानिक शिक्षा का आरम्भ
(D) धर्मान्तरण का आरम्भ

 Answer ⇒ C

95. निम्नांकित में से कौन-सी एक दशा भारत में नगरीकरण का परिणाम नहीं है ?

(A) केन्द्रक परिवारों में वृद्धि
(B) अनौपचारिक सम्बन्धों में वृद्धि
(C) स्त्रियों की दशा में सुधार
(D) जातिगत विभेदों में कमी

 Answer ⇒ B

96. निम्नलिखित में किस कमिंटी की अनशंसा के आधार पर पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई ?

(A) काका कालेलकर कमिटी
(B) अशोक मेहता कमिटी
(C) बलवंतराय मेहता कमिटी
(D) थंगन कमिटी

 Answer ⇒ C

97. निम्न में किस राज्य में सर्वप्रथम पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया ?

(A) मध्य प्रदेश
(B) राजस्थान
(C) पश्चिम बंगाल
(D) बिहार

 Answer ⇒ D

98. भारतीय संविधान कब लागू किया गया ?

(A) 26 जनवरी, 1949
(B) 26 नवंबर, 1949
(C) 26 जनवरी, 1950
(D) 2 अक्टूबर, 1950

 Answer ⇒ C

99. “गाँव एक लधु गणराज्य है” किसने कहा ?

(A) मेटकॉफ
(B) ए० आर० देसाई
(C) कार्ल मार्क्स
(D) महात्मा गाँधी

 Answer ⇒ A

100. “प्रजातंत्र जनता के लिए, जनता के द्वारा जनता की सरकार है” प्रजातंत्र की यह परिभाषा किसने दी है ?

(A) बराक ओबामा
(B) महात्मा गाँधी
(C) अब्राहम लिंकन
(D) जवाहरलाल नेहरू

 Answer ⇒ C

खण्ड-ब (गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न संख्या 1 से 30 तक लघु उत्तरीय हैं। इनमें से किन्हीं 15 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न के लिए 2 अंक निर्धारित है। अधिकतम 50 शब्दों में दें।

1. समाज की किन्हीं दो विशेषताओं का उल्लेख करें।

2. विविधता के बीच सांस्कृतिक एकता के बारे में दो पंक्तियाँ लिखें।

3. वर्ण-व्यवस्था की दो प्रमुख विशेषताओं का वर्णन करें।

4. ब्रह्मचर्य आश्रम के दो उद्देश्यों को लिखें।

5. हिन्दू संस्कृति में धर्म का क्या अर्थ है ?

6. हिन्दू विवाह में होनेवाले दो परिवर्तनों का उल्लेख करें।

7. गोत्र बहिर्विवाह का क्या अर्थ है ?

8. जाति एवं वर्ण के बीच दो अंतर स्पष्ट करें।

9. जाति व्यवस्था के चार अकार्यों की विवेचना करें।

10. जाति व्यवस्था पर पश्चिमी शिक्षा के किन्हीं तीन प्रभावों का वर्णन करें।

11. मुस्लिम विवाह के किन्हीं दो निषेधों का वर्णन करें।

12. फासिद और मुताह में क्या अंतर है ?

13. पंचायती राज की विभिन्न ईकाईयाँ क्या है ?

14. अभ्रातृती बहुपति विवाह क्या है ?

15. तालके हसन की प्रक्रिया की विवेचना करें।

16. माध्यमिक संबोधन क्या है ?

17. मातुलेम को परिभाषित करें।

18. जनसंचार के साधन के किन्हीं चार उदाहरणों का वर्णन करें।

19. सामाजिक परिवर्तन में कम्प्यूटर की भूमिका का उल्लेख करें।

20. स्थानीय संस्कृति से आप क्या समझते हैं ?

21. औद्योगीकरण की दो विशेषताओं को लिखें।

22. साम्प्रदायिकता के किन्हीं दो कारणों पर प्रकाश डालें।

23. ‘जाति एवं जातिवाद के बीच किन्हीं दो अंतरों की विवेचना करें।

24. मंडल आयोग के दो सुझावों को लिखें।

25. घरेलू हिंसा कानून 2005 के दो प्रमुख प्रावधानों का विश्लेषण करें।

26. जनजातीय समाज की दो समस्याओं का वर्णन करें।

27. बिहार में बाल मजदूरी उन्मूलन में “धावा दल” की भूमिका पर प्रकाश डालें।

28. तस्करी क्या है ?

29. वर्ग की अवधारणा को समझाएँ।

30. युवागृह से आप क्या समझते हैं ?

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न संख्या 31 से 38 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं 4 प्रश्नों का उत्सर दें। प्रत्येक प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित हैं। अधिकतम -100 शब्दों में उत्तर दें।

31. भारत में राष्ट्रीय एकता के मार्ग में आने वाली बाधाओं की विवेचना करें।

32. ‘हिन्दू विवाह के उद्देश्यों का वर्णन करें।

33. धर्म के पाँच प्रमुख प्रकार्यों की विवचना करें।

34. मानव अंग तस्करी पर एक निबंध लिखें।

35. हिन्दू विवाह के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन करें।

36. निकाह के विभिन्न शर्तों का विश्लेषण करें।

37. बाल श्रमिक की समस्याओं का विश्लेषण करें।

38. भारत में दुर्बल वर्ग की समस्याओं की विवेचना करें।

खण्ड-ब (गैर वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. समाज की दो विशेषताएँ इस प्रकार हैं

(i) समाज में परस्पर निर्भरता की भावना रहती है।
(ii) समाज में विभिन्न स्थिति रखने वाले वर्णों की स्थिति में उतार-चढाव होते रहता है।

2. भारत में विभिन्न धर्म भाषा एवं जाति के लोग रहते हैं। इन विभिन्नता के बावजूद हम भारतीय सांस्कृतिक एकता की बात पर एक हैं।

3. (i) वर्ण व्यवस्था. में खंडात्मक विभाजन होता है।
(ii) वर्ण व्यवस्था का आधार जन्म पर है।

4. (i) ज्ञानार्जन करना, (ii) जीवनोपयोगी कार्यों का अनुभव होना।

5. धर्म हिन्दू संस्कृति का प्राण है। धर्म से तात्पर्य उस ईश्वर और संप्रदाय को मानना और पूजना जिसे वो मानता है।

6. हिन्दू विवाह में दहेज जैसी कुप्रथा प्रविष्ट कर गई है। हिन्दू धर्म में अंतर्जातीय विवाह पाँव पसारने लगा है।

7. भारतीय हिन्दू एक ही गोत्र (सगोत्र) में शादी व्याह नहीं करते हैं। लड़के-लड़की वालों का गोत्र अलग होना चाहिए। यही वहिर्विवाह कहलाता है।

8. जाति – जब एक वर्ग लगभगपूर्णयतां वंशानुक्रम पर आधारित होता है, उसे जाति कहते हैं। जाति जन्म पर आधारित होती है।
वर्ण – वर्ण सामाजिक स्तरीकरण का एक प्रकार है। इसमें कई समान जातियाँ होती हैं।

9. जाति व्यवस्था आर्थिक प्रगति में बाधक है। यह कृषि की प्रगति में बाधक है। यह श्रमिकों की कार्यकुशलता में बाधक है। इससे ऊँच-नीच की भावना पनपती है।

10. पश्चिमीकरण से जाति व्यवस्था टूट के कागार पर है। अब अंतरर्जातीय विवाह होने लगे हैं। लीव इन रिलेशनशीप का प्रचलन बढ़ने लगा है।

11. विवाहोपरान्त बिना बुर्के के महिला नहीं निकल सकती। वैवाहिक महिला को सौंदर्य प्रसाधन कर किसी पर पुरुष के सामने जाना मना है।

12. फासीद विवाह वैध विवाह नहीं है। यह सभी बंधनों को तोड़कर शादी कर लेने पर वैध हो जाता है। इस विवाह से उत्पन्न बच्चे को पैतृक अधिकार नही मिलता है।

13. पंचायती राज के विभिन्न ईकाइयाँ हैं –
(i) जिला स्तर पर जिला परिषद (ii) ब्लॉक स्तर पर प्रमुख एवं (iii) ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायत।
ग्राम पंचायत का प्रमुख मुखिया होता है। सरपंच न्यायिक मामलों को देखते हैं।

14.  अभ्रातृ बहुपति परिवार के अंतर्गत एक स्त्री के एक समय में एक से अधिक पति होते हैं जो आपस में भाई नहीं होते हैं। इन परिवारों की संरचना मातृत्व बहुपति विवाह से होती है। भारत में इस प्रकार के परिवार खासी तथा टोडा जनजातियों में पाए जाते हैं।

15. तलाक-ए-हसन में शौहर बीबी को तब तलाक दे सकता है जब उसका मासिक चक्र न चल रहा हो। इसके बाद तकरीब 3 माह की अवधि इदत में वह तलाक वापस ले सकता है। यदि ऐसा न होता है तो इदत के बाद तलाक स्थाई मान लिया जाता है। भविष्य में यह जोड़ा शादी कर भी सकता है। अतः इसे अहसन कहा जाता है।

16. जिस शब्द का प्रयोग किसी को बुलाने या पुकारने में किया जाए उसे माध्यमिक संबोधन कहते हैं।

17. भाई-बहन के बच्चों के बीच का संबंध मातुलेम कहलाता है। इसे Cross cousin शादी भी कहते हैं।

18. संचार के चार साधन हैं –
(i) टेलीवीजन – इससे चित्र एवं ध्वनि दोनों देख-सुन सकते हैं।
(ii) मोबाइल – यह संचार का आधुनिक यंत्र है जिसमें कई फीचर मौजूद होते हैं।
(iii) टेलीफोन – इसके द्वारा हम कहीं भी बातचीत करते हैं।
(iv) रेडियो – इसके द्वारा संदेश, समाचार, गीत आदि सुना जाता है।

19. सामाजिक परिवर्तनों में, कम्प्यूटर की भूमिका अग्रणी है। कम्प्यूटर का, प्रयोग हर कोई करने लगा है। इससे ज्ञानार्जन के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान आसान हो गया है। कम्प्यूटर के चलते पूरा विश्व एक कटोरे में आ गया है। विश्व के बीच की दूरी समाप्त हो गई है।

20. स्थान विशेष की संस्कृति स्थानीय संस्कृति कहलाती है। उदाहरण स्वरूप झारखण्ड के जनजातिय समूहों की संस्कृति वहाँ के स्थान, वातावरण एवं स्थलाकृति से संबंद्ध रहती है।

21. औद्योगिकीकरण से जीवन स्तर में सुधार आया है। भूमंडलीकृत विश्व एक कटोरे में आ गया है। पैसे का प्रसार जन-जन तक पहुँच गया है।

22. साम्प्रदायिकता अपने जाति या संप्रदाय के वर्चस्व को बनाए रखने के लिए किया जाता है। सम्प्रदाय विशेष के अधिकारों के हनन पर पूरा सम्प्रदाय दंगा-फसाद पर उतारू हो जाता है।

23. जाति – जन्म लेने के आधार पर जाति निर्धारित होती है। जातियों के सामाजिक कार्य अपने संगे-संबंधियों एवं जात तक सीमित रहते हैं।

जातिवाद – अपने जाति को श्रेष्ठ साबित करना जातिवाद है। जातिवाद से संप्रदायवाद को बढ़ावा मिलता है।

24. सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण एवं नौकरियों में प्रमोशन देना।

25. (i) महिला के शिकायत पर उसके पति समेत घर के सभी सदस्यों को गिरफ्तार किया जाएगा।
(ii) महिला पर किसी भी प्रकार की हिंसा दंडनीय अपराध होगा।

26. जनजातिय समाज को उपेक्षित नजरों से देखा जाता है। जनजातिय समाज अपने वन एवं भूमि से वंचित हो गया है।

27. बिहार में धावादल वैसे स्थानों जैसे-होटल, ढाबा, उद्योगों में जाकर छापामारी कर यह पता लगाता है कि 5-14 वर्ष का कोई बालक काम तो नहीं कर रहा है। यदि हाँ तो संबंधित संस्थान एवं व्यक्ति पर मुकदमा, फाइन आदि किया जाता है। बच्चे को वहाँ से मुक्त कराया जाता है।

28. चोरी-छिपे, गैर कानूनी ढंग से अपने देश के वस्तु को दूसरे देश में भेजना या दूसरे देश की वस्तु को अपने देश में लाना ही तस्करी कहलाता है।

29. जब कोई मनुष्य जन्म लेता है या जन्म के बाद भी हर मनुष्य किसी आधार पर किसी समूह में बँटा रहता है या बँट जाता है। इसी सामाजिक समूह को सामाजिक वर्ग कहते हैं।

30. जनजातीय समाज की युवागृह एक महत्वपूर्ण संस्था है। युवागृह एक शैक्षणिक संस्था के रूप में माना जाता है।
विभिन्न जनजातियों में युवागृह को भिन्न नामों से जाना जाता है। मुरिया तथा गोंड जनजाति इसे घोटूल कहते हैं। भाटिया इसे रंगबग, उराँव इसे धुमकुरिया, मुण्डा एवं हो इसे गीत ओरा, गुआँज जाति इसे दरबार तथा भुईया जनजाति इसे धनगरवास कहकर सम्बोधित करते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

31. भारत में राष्ट्रीय एकता के मार्ग में आने वाली बाधाएँ इस प्रकार हैं –
(i) साम्प्रदायिकता – साम्प्रदायिकता भारतीय समाज के लिए निम्नलिखित तरीके से खतरा उत्पन्न करती है –

1. समाज में राजनीतिक चुनावों में साम्प्रदायिकता की भावना महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। प्राय: सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों का चुनाव करते समय साम्प्रदायिकता को महत्व देते हैं।
2. समाज में मतदाता भी अपने धर्म से प्रभावित होकर मतदान करते हैं। कई बार तो धार्मिक फतवे भी जारी किए जाते हैं कि अमुक सम्प्रदाय के लोग अमुक उम्मीदवार या अमुक पार्टी को ही वोट दें।
3. धर्म के नाम पर देश में समय-समय पर राजनीतिक संघर्ष और साम्प्रदायिक झगडे होते रहते हैं और देश में हिंसक वातावरण पैदा हो जाता है।

(ii) क्षेत्रवाद (Regionalism) – साधारण शब्दों में क्षेत्रवाद से अभिप्राय देश के किसी भाग में उस छोटे से क्षेत्र से है जो भौगोलिक, सामाजिक व आर्थिक कारणों से अपने पृथक् अस्तित्व के लिए जागरूक है। राजनीतिशास्त्र की भाषा में क्षेत्रवाद निम्न प्रकार से व्यक्त किया जाता है।
राष्ट्रवाद की तुलना में किसी क्षेत्र विशेष अथवा राज्य या प्रान्त की अपेक्षा एक छोटे से क्षेत्र से लगाव, उसकी प्रति व्यक्ति का विशेष आकर्षण आदि रखना क्षेत्रीयवाद कहलाता है। भारत में क्षेत्रीयता की भावना सम्पूर्ण देश में व्याप्त है। संक्षेप में क्षेत्रीय असंतुलन से अभिप्राय ऐसी स्थिति से है जब किसी देश में सभी क्षेत्रों को उन्नति व विकास समान रूप से न हो। भारत में पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश पिछड़े क्षेत्र हैं जबकि पंजाब, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश विकसित क्षेत्र हैं।

(iii) जातिवाद – जातिवाद भारतीय समाज की एक बहुत बड़ी बुराई है। इसका जन्म प्राचीनकाल की वर्ण व्यवस्था से लिया जा सकता है। प्रारम्भ में वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर बनायी गयी थी, परन्तु धीरे-धीरे इसका आधार कर्म के स्थान पर जन्म ने ले लिया और फिर वर्ण व्यवस्था जाति प्रथा में परिवर्तित होती गयी। इसका सबसे भयंकर परिणाम छुआछुत के रूप में हुआ। राजा राममोहन राय, स्वामी दयानंद तथा महात्मा गाँधी ने ऊँच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास किया परन्तु यह अभी तक समाज में विद्यमान है। वोट बैंक की राजनीति ने तो इसका रूप और भी दूषित बना दिया है। भारतीय राजनीति आज की जाति प्रथा से अत्यधिक प्रभावित है।

समाज में जातिवाद का प्रभाव (Impact of Casteism on Society) – भारतीय समाज पर जाति प्रथा के पड़ने वाले प्रभावों का वर्णन इस प्रकार है –
(i) समाज के विकास आदि की योजनाएँ जातिगत आधार पर बनाई जाने लगी है।

(ii) दुर्बल वर्ग के शैक्षिक और आर्थिक हितों की वृद्धि के लिए विधानमंडल, नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की व्यवस्था की गई है।

(iii) जातीय विद्वेष के कारण समाज में उग्रता व हिंसा की प्रवृत्ति बढ़ गई है। असामाजिक तत्वों की सहायता से ताकतवर लोग विशेषकर ग्रामीण इलाकों में अपनी-अपनी शक्ति दिखाना चाहते हैं।

(iv) समाज में राजनीतिक नेतृत्व का निर्णय जाति के आधार पर निश्चित किया जाता है। मंत्रिमंडलों का गठन और राजकीय पदों का वितरण जातीयता के
आधार पर किया जाता है।
इसके अलावा भाषावाद, पूँजीवाद आदि कई चीजें भारत के एकता की मार्ग में कठिनाई उत्पन्न करती हैं।

32. हिन्दू विवाह के प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं –

(i) गृहस्थ आश्रम में प्रवेश हेतु।
(ii) साथ-साथ जीने हेतु।
(iii) वंशपरंपरा निर्वहण हेतु।
(iv) पुत्र-पुत्री प्राप्ति हेतु।
(v) परिवार बसाने हेतु।
(vi) मैथुन संबंध हेतु।
(vii) नातेदारियों के विकास हेतु।
(viii) स्थाई जीवन पद्धति निर्वहन हेतु ।

33. धर्म के पाँच प्रमुख प्रकार्य इस प्रकार हैं –

(i) धर्म हमें आपस में प्रेम करना सिखलाता है।
(ii) धर्म हमें श्रद्धा, भक्ति एवं विश्वास की भावना विकसित करता है।
(iii) धर्म हमें सदाचार की शिक्षा देता है।
(iv) धर्म हमें पारिवारिक जिम्मेदारियों से बाँधता है।
(v) धर्म हमें धार्मिकता सिखलाता है।

34. मानव के अंग यथा अस्थि, लीवर, किडनी, हृदय का चोरी छिपे व्यापार मानव अंग तस्करी कहलाता है। मेडिकल कॉलेजों, हॉस्पीटलों एवं डॉक्टरी कॉलेजों में पढ़ाई के लिए इनकी काफी माँग रहती है। अंग तस्करी कर बेचनेवाले पैसा भी कमाते हैं। यह एक गैर जिम्मेदाराना घृणास्पद कार्य है। इसकी तस्करी करने पर पकड़े जाने पर कठोर दंड का प्रावधान है।

35. हिन्दू विवाह के विभिन्न प्रकार –

(क) अनुलोम – यह हिन्दू विवाह का एक रूप है। प्राचीन भारतीय समाज में वर्ण व्यवस्था के अंतर्गत अनलोम विवाह को सामाजिक मान्यता थी। इसे कुलीन विवाह भी कहा जाता है। धार्मिक पुस्तकों में यह उल्लेख मिलता है कि “पिता को अपनी कन्या का विवाह अपने से उच्च कुल में करना चाहिए”। कन्या का विवाह उच्च वर्ण में और लड़के का विवाह अपने नीचे वर्ण की लड़की से होता है तो उसे अनुलोम विवाह कहा जाता है।” जैसे ब्राह्मण लड़का, क्षत्रिय या वैश्य या शूद्र लड़की से विवाह करता है तो यह अनुलोम विवाह है।

(ख) प्रतिलोम – “निम्न वर्ण के लड़के का विवाह उच्च वर्ण की लड़की से होना प्रतिलोम विवाह कहलाया”। दूसरे शब्दों में, यह कह सकते हैं कि उच्च वर्ण की लड़की का विवाह निम्न वर्ण के लड़के से प्रतिलोम विवाह है। ऐसे विवाह को प्राचीन भारत समाज में वर्ण व्यवस्था के अंतर्गत सामाजिक मान्यता नहीं थी। ऐसे विवाह को घृणा की दृष्टि से देखा जाता था। ऐसे विवाह से उत्पन्न संतान को न पिता और न माता का वर्णन मिलता था। प्राचीन समाज में ब्राह्मण लड़की का विवाह से उत्पन्न संतान को माता-पिता में किसी का वर्ण नहीं दिया गया। वह न ब्राह्मण वर्ण का कहलाया और न ही शूद्र वर्ण का। वह वर्णसंकर कहलाया। उसकी नई श्रेणी (जाति) बनी। इसकी सामाजिक मान्यता नहीं था, फिर भी निम्न वर्ण के पुरुष का उच्च वर्ण की लड़की से अर्थात् प्रतिलोम विवाह होते थे।

(ग) क्रय विवाह या कन्यामूल्य – कई समाजों में लड़की को खरीदकर विवाह करने की प्रथा है। लड़की को पत्नी के रूप में पाने के लिए उसके माता-पिता को दिया गया धन ही कन्या मूल्य कहलाता है। प्राचीन अरबी समाज में ‘सदक’ का चलन था। लड़की के माता-पिता लड़का से कन्यामूल्य (सदक) – लेकर अपनी लड़की का उससे विवाह करते थे तथा ‘सदक’ को वापस कर अपनी लड़की को उसके पिता से अलग कर अपने पास ले आते थे। हिन्दू-समाज में भी कई जातियों को विवाह के लिए लड़की के माता-पिता को धन देना पड़ता है। कन्यामूल्य का सबसे अधिक प्रचलन जनजातियों में है। बहुत-सी जनजातियों में कन्यामूल्य चुकाकर विवाह किया जाता है जिसे क्रय विवाहं कहा जाता है। भारत में संथाल, भील, खरिया, नागा, हो आदि बहुत-सी जनजातियों में इसका प्रचलन है। कन्यामूल्य रुपये, पशु, अनाज या अन्य रूप में दिया जाता है। जिन जनजातियों में कन्यामूल्य की राशि अधिक होती है, वैसे समाज में जब किसी के यहाँ लडकी पैदा होती है, तब कई लड़के वाले विवाह का प्रस्ताव पशु या रुपये से कन्या मूल्य किश्त में चुकाती है। लड़का-लड़की के बड़े होने के रूप में रुपयों का प्रचलन जनजातियों में होने लगा है। पहले पशुओं के रूप में कन्यामूल स्वीकार किया जाता है। कन्यामूल की प्रथा के कारण वैसे लड़कों का विवाह कठिन हो जाता है जो कन्यामूल नहीं चुका सकते। इसके चलते ही जनजाति समाज में हरण विवाह. सेवा विवाह, विनिमय विवाह पाए जाते हैं।

(घ) राजी-खुशी – जनजातियों में प्रेम विवाह को अच्छा नहीं समझा जाता। यदि एक ही गोत्र के लड़का-लड़की के बीच प्रेम हो जाता है तो उनके माता-पिता तथा समाजवाले उन्हें विवाह नहीं करने देते। ऐसा उस जनजाति में । है जहाँ सगोत्र विवाह का निषेध होता है। कुछ जनजातियों में गोत्र के अंदर विवाह (सगोत्र) करने का नियम है, तो इस हालत में उस समाज का लड़का अपने गोत्र के बाहर अर्थात् दूसरे गोत्र की लड़की से प्रेम करता है तो समाज उन्हें विवाह की इजाजत नहीं देता। ऐसी हालत में प्रेमी-प्रेमिका अपनी सहमति से घर और समुदाय छोडकर भाग जाते हैं। कबीले के लोगों को जब यह मालम होता है तो उनका पीछा किया जाता है। यदि ये दोनों कबीले की सीमा के अंदर पकड़े जाते हैं तो उनका विवाह नहीं हो पाता। यदि वे सीमा के बाहर निकल आते हैं और कई वर्षों के बाद या संतान उत्पन्न होने पर या माता-पिता उनके विवाह को स्वीकार कर लेते हैं तब वे पति-पत्नी के रूप में लौट जाते हैं। ऐसे विवाह को ही झारखंड की ‘हो’ जनजाति ‘राजी-खशी’ में विवाह कहती है अर्थात वह विवाह लडका-लडकी की राजी और खुशी से होता है। इस प्रकार के विवाह में किसी प्रकार का सामाजिक या धार्मिक संस्कार नहीं होता। प्रेमी-प्रेमिका राजी-खुशी से भाग जाते हैं और पति-पत्नी की तरह रहने लगते हैं।

(ङ) बहुविवाह – यह विवाह एक रूप है। सभ्य समाजों में ऐसे विवाहों का उदाहरण नहीं मिलता है। प्राचीन भारत में हिन्दू समाज में केवल द्रौपदी का उदाहरण है जिसके पाँच पति थे। आज भारत तथा अन्य देशों की कुछ ही जनजातियों में ऐसा विवाह पाया जाता है। यह ऐसा विवाह है जिसमें एक स्त्री कई पुरुषों से विवाह करती है। साधारणत: “एक स्त्री जब एक से अधिक पुरुषों से विवाह करती है तो यह बहुपति विवाह कहलाता है।” कुछ जनजातियों में ऐसे विवाह का कारण कन्यामूल्य है। गरीब परिवार के कई भाई कमाकर पैसा या पश कन्यामूल्य के लिए जमा करते हैं। वे सभी एक ही लड़के से विवाह कर लेते हैं। ऐसी हालत में विवाहित स्त्री के कई पति होते हैं। वे सभी आपस में भाई होते हैं। ऐसे विवाह को भ्रातृवहुपति विवाह कहा जाता है। इसके विपरीत एक स्त्री जब कई पुरुषों से विवाह करती है उसके पति आपस में भाई नहीं होते तो ऐसा विवाह अभ्रातृबहुपति विवाह कहलाता है।
भारत की टोडा, खस आदि जनजातियों में बहुपति विवाह का प्रचलन अब भी है। मानवशास्त्रियों ने बहुपति विवाह के इन कारणों का उल्लेख किया है –
(क) समुदाय में पुरुषों की संख्या का स्त्रियों से अधिक होना।
(ख) कन्यामूल्य के भार को हल्का करने के लिए एक परिवार के कई एक स्त्री के माता-पिता को कन्यामूल्य चुकाते थे और सभी उसके पति हो जाते थे।
(ग) आर्थिक क्रियाओं तथा सामाजिक सुरक्षा के लिए कुछ समाज की स्त्रियों में कई पुरुषों से विवाह करना शुरू किया।
(घ) परिवार की संपत्ति को विभाजन से बचाने के लिए ऐसे विवाह का चलन शुरू हुआ।

(च) बहुपत्नी विवाह – यह विवाह का एक प्रकार है। कई समाजों में ऐसे विवाह का प्रचलन है।” जब एक पुरुष दो या दो से अधिक स्त्रियों से विवाह करता है तो यह बहुपत्नी विवाह-कहलाता है।” हिन्दू समाज में एक पुरुष एक पत्नी के जीवित रहते हुए दूसरी स्त्री से विवाह कर लेता था या कर लेता है तो इसे बहुपत्नी विवाह कहेंगे। हिन्दू समाज में ऐसे विवाह के विरुद्ध कानून है, लेकिन मुसलमानों में इसका प्रचलन हैं। इस्लाम धर्म के अनुसार एक मुसलमान को एक साथ चार पत्नियाँ हो सकती है। पहले हिन्दू राजा, जमींदार तथा अन्य लोग सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए कई स्त्रियों से विवाह करते थे। हिन्दू समाज में मोक्ष प्राप्ति के लिए पुत्र प्राप्ति की बात कही गई है। एक हिन्दू को जब एक पत्नी से पुत्र उत्पन्न नहीं होता तब वह दूसरी स्त्री से विवाह कर लेता था और कई आज भी कर लेते हैं।

36. इस्लाम में निकाह शादी का कानूनी अनुबंध है। यह दोनों के बीच करारनामा है। इसमें दोनों की अनुमति जरूरी है। निकाह में शुल्क (महर) अदा किया जाता है। निकाह में दोनों तरफ के पक्षों से दो गवाह होना जरूरी है। वकील के रूप में रिश्तेदार या दोस्त होना चाहिए।

37. बाल मजदूर (Child Labour) – भारत में बाल-मजदूरी एक प्रमुख समस्या है। संविधान द्वारा बाल मजदूरी को गैर-कानूनी घोषित किया गया है। इसके लिए कई अधिनियम बनाए गए हैं जिनके अंतर्गत 14 वर्ष की आयु तक के बच्चों को किसी खतरनाक कार्य में लगाना दंडनीय अपराध है। इसके बावजूद हमारे देश में बाल मजदूरी को संख्या सर्वाधिक है। अनेक देशों में बाल मजदूरी को प्रोत्साहित करने के लिए भारत कुछ उत्पादों जैसे कालीन, गलीचे आदि आयात स्थगित कर दिया है क्योंकि इन उद्योगों में सर्वाधिक बाल मजदूर लगे हैं। सरकार ने इस दिशा में काफी प्रयास किए हैं और बच्चों को शिक्षा सुविधाएँ उपलब्ध कराई है ताकि वे इधर-उधर न भटककर स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करें। स्वयंसेवी संगठन भी इस दिशा में अनेक सकारात्मक कार्य कर रहे हैं।

38. कमजोर वर्ग की अवधारणा – संवैधानिक दृष्टि से कमजोर वर्ग या पिछडा वर्ग या दलित वर्ग के अन्तर्गत अनुसूचित जातियाँ, अनुसूचित जनजातियाँ, अल्पसंख्यक आदि आते हैं। इसमें समाज के सभी साधनहीन वर्गों को सम्मिलित किया गया है। भारतीय संविधान भ्रातृत्व एवं समानता पर अधिक जोर देता है। इसी कारण संविधान निर्माताओं ने विचार किया कि यदि समानता के सिद्धान्त को वास्तविकता प्रदान करनी है तो इन दलित, वर्गों, दुर्बल एवं कमजोर वर्गों का विकास करना होगा और अन्य उच्च वर्गों एवं सवर्ण वर्गों (हिन्दुओं) की भाँति ही इन्हें भी विकास की सुविधायें प्रदान करनी होंगी। यद्यपि संविधान में इस वर्ग को परिभाषित नहीं किया गया है फिर भी संविधान के अनुच्छेद 46 में इस संदर्भ में इस प्रकार उल्लेख किया गया है-“राज्य जनता के दुर्बल अंगों के विशेषतया अनुसूचित जनजातियों के शिक्षा एवं अर्थ-सम्बन्धी हितों की विशेष सावधानी से रक्षा करेगा और समाजिक अन्याय तथा सभी प्रकार के शोषण से उनकी रक्षा करेगा।” भारतीय संविधान इस विषय में स्पष्ट कुछ नहीं कहता है कि इसमें अनुसूचित जनजातियों के अलावा भी किन-किन वर्गों को सम्मिलित किया गया है। कुछ समाजशास्त्रियों एवं अर्थशास्त्रियों ने इसे परिभाषित करने का प्रयास किया है। इसके लिए उनहोंने प्रमुख रूप से सामाजिक-आर्थिक मापदंड निर्धारित किये हैं। इन समाजशास्त्रियों ने कमजोर वर्ग की कुछ विशेषताओं का उल्लेख किया है जो निम्नलिखित हैं –

(i) वे व्यक्ति जिनकी आय निर्धन रेखा (Proverty Line) के बहुत नीचे हो और जो अपने जीवन की न्यूनतम आवश्यकताओं: जैसे-भोजन, वस्त्र, आवास व चिकित्सा की सुविधाओं को पूरा नहीं कर पाते हों।

(ii) वे व्यक्ति जो पूर्णतया दैनिक मजदूरी पर ही आश्रित हों और वह भी अनियमित और ऋतुओं के परिवर्तन पर आश्रित हो।

(iii) वे व्यक्ति जिनके पास इतनी पूँजी हो कि जिससे वे कच्चा माल … खरीद सके और अन्य उत्पादित वस्तुओं को क्रय कर सके।

(iv) लघु (Small) तथा सीमान्त (Marginal) कृषक जो सिंचाई आदि की सुविधाओं से वंचित हो।

(v) वे व्यक्ति जो निरन्तर कार्य करते रहने के बाद भी ऋणग्रस्त हों और जिनका शोषण किया जाता हो।

(vi) वे व्यक्ति जो मानवीय ऊर्जा और पशु ऊर्जा के सहारे ही जीवनयापन करें अर्थात् स्वयं व परिवार के लोग कार्य करें व पशुओं से कार्य लेवें।
इस प्रकार के उपर्युक्त सभी मापदंडों के आधार पर कमजोर वर्ग के अन्तर्गत समाज में उस वर्ग को शामिल किया जा सकता है जो सामाजिक, आर्थिक सुविधाओं से वंचित हो, शोषित हो, पिछड़ा हो। इससे यही निष्कर्ष निकलता है कि अनुसूचित जनजातियों, अनुसूचित जातियों, पिछड़े वर्गों, लघु एवं सीमान्त कृषकों, भूमिहीन, भूमिहीन और बंधुआ मजदूरों एवं परंपरागत कारीगरों को इस वर्ग में शामिल किया गया है।


 

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